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मुस्लिम आरक्षण : समाज हित या सत्ता का लोभ

modern social problems
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देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु तथा सरदार पटेल ने विभाजन का समर्थन इसलिए किया था क्योंकि उनका मानना था की अगर अभी पाकिस्तान ना बनाया गया तो कई पाकिस्तान बनाने पड़ेंगे. तो आज हमारे देश की सरकार को क्या हुआ है जो मुस्लिम आरक्षण जैसी घटिया नीति को लागू करना चाहती है.
क्या अभी हमारे देश में आरक्षण का कुप्रभाव नहीं दिख रहा है? कहीं जाट आन्दोलन, कहीं गुर्ज़र आन्दोलन. सबको बस आरक्षण चाहिए भले ही उनमें योग्यता हो या ना हो.
इस आरक्षण की ही देन है की रैनबैक्सी जैसी दवा कम्पनियाँ विदेशी कंपनियों के द्वारा अधिग्रहीत कर ली जा रही हैं.
हमारे देश में से कोई भी आविष्कार नहीं हो पा रहा है क्योंकि हमारी प्रतिभाएं तो विदेश चली जाती हैं.
सभी पुरस्कार तो नाचने गाने वालों को दिए जाते हैं, भारत रत्न जैसे सम्मानित पुरस्कार नेताओं को देना ज़रूरी है क्या?
अगर ये पुरस्कार वैज्ञानिको को दिए जाए तो शायद हमारे यहाँ भी आविष्कार होने लगें.
लेकिन ये होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है क्योंकि हर तरफ तो आरक्षण का जलवा है. इंजीनियरिंग कालेज में प्रवेश,नौकरी हर जगह तो आरक्षण मौजूद है.
अगर एक सामान्य वर्ग का अभ्यर्थी एक एससी एसटी से ज्यादा नंबर लाये लेकिन अगर वो सामान्य वर्ग की मेरिट से बाहर हो तो उसे प्रवेश या नौकरी नहीं मिल पाती जबकि उस एससी या एसटी को परवेश नौकरी दोनों मिल जायेगी.
मज़े की बात ये है कि सामान्य वर्ग का अभ्यर्थी झोपडी में रहने के बावजूद उस एससी या एसटी से अमीर ही होता है जिसके घर में कई गाड़िया, एयर कंडीशंड घर हो.
ऐसे आरक्षण का क्या मतलब है जब उसका मकसद ही ना पूरा हो पाए.
मेरे विचार से आरक्षण किसी के लिए भी नहीं होना चाहिए.
हाँ जो गरीब हैं उनको शिक्षा शुल्क,नौकरियों के आवेदन में लगने वाले शुल्क से मुक्त रखा जा सकता है ताकि अगर उनमें योग्यता है तो वो भी अपनी मंजिल तक बिना रुकावट के पहुच सकें.फिर चाहे वो सामान्य वर्ग के हो, ओबीसी वर्ग,एससी एसटी वर्ग के हों.
लेकिन आलम तो ये है कि महिला का केंद्रीय नौकरियों में शुल्क नहीं लगता है इसका क्या मतलब है.एक आईएएस की लड़की भी आवेदन शुल्क से मुक्त रहती है जबकि एक गरीब सामान्य वर्ग का अभ्यर्थी परीक्षा शुल्क का भुगतान करता है.क्या ये सोचनीय नहीं है…………………..
आज एक बार फिर से हमारे देश में कांग्रेस का ही राज़ है तो क्या मुस्लिम आरक्षण लागू करे कांग्रेस फिर से एक और पाकिस्तान बनाना चाहती है.या नेहरु का वह वक्तव्य मात्र सत्ता हथियाने का एक हथकंडा था ……………..
अजय कुमार इलाहाबाद
8090919542

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